अगोरी किला, उत्तर प्रदेश राज्य के सोनभद्र जिले में रेनूकोट रोड़ पर रॉबर्ट्सगंज से 35 किमी. दूरी पर और चोपन से 10 किमी. दूरी पर स्थित है। यह किला, इस क्षेत्र के मुख्य ऐतिहासिक स्मारकों और पर्यटन आकर्षणों में से एक है। अगोरी किले पर वास्तविक अधिकार खरवार शासकों का था,
बाद में किले पर चंदेल वंश के शासकों ने आधिपत्य जमा लिया। इस किले को आदिवासी किला भी कहा जाता है क्योंकि इसके अन्तिम शासक एक आदिवासी राजा ही थे। यह किला, तीन दिशाओं में तीन नदियों से घिरा हुआ है जिनके नाम विजुल, रेगु और नदी पुत्र है। यह किला, नदी पुत्र के तट पर बना हुआ है। इसे हमले से सुरक्षित बनाने के लिहाज से इसके तीनों तरफ नदी के सिरों पर बनाया गया था।
पर्यटक, रिहंद नदी के रास्ते से नाव की सैर करते हुए किले तक पहुंच सकते है। बहादुर दिल वाले लोग नदी पुत्र के किनारे की घाटी के रास्ते पर ट्रैक करते हुए भी किले तक पहुंच सकते है।