विकास खंड क्षेत्र के खजुरी गांव के बस्ती के कायाकल्प के लिए जिलाधिकारी एस राजलिगम के आदेश से निर्माणाधीन मॉडल आंगनबाड़ी केंद्र का कार्य वन महकमे द्वारा बुधवार दोपहर बाद रोक दिया गया।
आक्रोशित ग्रामीणों का कहना था कि बघाडू रेंज के जिन वनकर्मियों ने मौके पर जाकर निर्माण कार्य को रोका है, उन पर सरेआम वन दोहन एवं अवैध खनन कराने का आरोप लग चुका है। तीन दर्जन परिवारों की दशा एवं दिशा सुधारने के लिए जब जिला प्रशासन द्वारा सकारात्मक दिशा में कार्य शुरू कराया गया तो नियम कानून का हवाला देकर निर्माण कार्य को ही बंद करा दिया गया। बीडीओ रमाकांत सिंह ने बताया कि जिला प्रशासन के निर्देशानुसार उस बस्ती में करीब साढ़े आठ लाख रुपये के खर्चे से आंगनबाड़ी केंद्र का निर्माण कार्य कराया जा रहा था। वहीं दूसरी ओर वन क्षेत्राधिकारी रूप सिंह ने बताया कि निर्माण कार्य शुरू कराने के पूर्व उन्हें कोई जानकारी नहीं दी गई थी। जबकि ग्राम प्रधान दीपारानी ने निर्माण कराने वाले अधिकारियों पर मनमानी करने का आरोप लगाते कहा कि निर्माण कार्य में मुसहर बस्ती के मजदूरों को न लगाकर बाहरी मजदूरों को लगाया जा रहा है।