ग्रीन जोन होने के चलते 42 दिनों से बंद रोडवेज बसों का संचालन बुधवार से जनपद में शुरू कर दिया गया। जिला मुख्यालय को सभी तीनों तहसीलों से जोड़ने के लिए रूट चार्ट तैयार कर लिया गया है। बहरहाल, सवारियां न मिलने के चलते बसें खाली जा रही हैं। सैनिटाइज करने के बाद ही स्टेशन से बसें बाहर निकल रही हैं।
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए 25 मार्च से घोषित लॉकडाउन के बाद जिले में रोडवेज बसों का संचालन ठप कर दिया गया था। सहायक क्षेत्रीय प्रबंधक एके सिंह ने बताया कि शासनादेश के क्रम में जिले में रोडवेज की बसें संचालित करा दी गई हैं। जिला मुख्यालय को सभी तहसीलों से जोड़ने के लिए बसों का संचालन रूट मैप के मुताबिक कराया जा रहा है। कहा कि बस में अधिकतम 26 सवारियां शारीरिक दूरी का अनुपालन करते हुए बैठेंगी। तीन सीटर पर दो और दो सीटर पर एक सवारी बैठाने का निर्देश परिचालक को दिया गया है। रोडवेज बस में सवार होने से पहले सवारियों का हाथ सैनिटाइज कराया जाएगा। चालक व परिचालक को मास्क व गमछा पहने का निर्देश दिया गया है। यात्रा करने वाले लोगों को मास्क पहनना अनिवार्य है। बिना मास्क पहनने वाले यात्रियों को बसों पर नहीं बैठने दिया जाएगा। पहले दिन नाम मात्र की सवारी ही डिपो में पहुंची थी।