डा. भीमराव आंबेडकर की जयंती एक दिन पूर्व शुक्रवार को विमला शिक्षण संस्थान में समरसता दिवस के रूप में मनाई गई। कार्यक्रम का शुभारंभ डा. आंबेडकर की प्रतिमा पर प्रबंधक जितेंद्र ¨सह ने माल्यार्पण कर किया। उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने समाज में जाति-पाति के भेदभाव को दूर करने के लिए पूरे जीवन प्रयास किया। उन्होंने देश के संविधान निर्माण में भी महती भूमिका निभाई। उनके द्वारा दिखाये गये रास्ते पर चलने का आज संकल्प हर देशवासी को करने की जरूरत है। समाज में जाति-धर्म को लेकर एक-दूसरे में फैल रही घृणा को बाबा साहेब के दिखाए रास्ते पर चलकर ही दूर किया जा सकता है। उनके जयंती को समरसता दिवस के रूप में मनाने का मूल उद्देश्य भी यही है कि हम लोग एक होकर समाज में व्याप्त गंदगी को दूर करें। प्रधानाचार्य शिव नारायण लाल ने कहा कि डा. आंबेडकर ने अपने पूरे जीवनकाल के दौरान देश के उत्थान के लिए काम किया। आज उन्हीं की देन है कि हम लोग पूरे दुनिया में सबसे बड़े लोकतंत्र में रहने की बात कहते हैं। कार्यक्रम के अंत में विद्यालय परिवार की ओर से सहभोज का भी आयोजन किया गया।