दीपावली कई पर्वों का समूह है, जिसे कार्तिक अमावस्या के दिन विश्वभर में मनाया जाता है। इसकी शुरुआत दो दिन पहले धनतेरस से होती है और भैयादूज तक जारी रहती है। इस पांच दिवसीय यानी पंच उत्सव को लेकर सोनांचल में तैयारी पूरी है। सोनांचल के बाजार पूरी तरह से सज गए हैं। ज्योतिषाचार्य डा. शिव कुमार शास्त्री बताते हैं कि इस बार 25 अक्टूबर से लेकर 29 अक्टूबर तक उत्सव मनाया जाएगा। हर दिन का अपना महत्व है। पंच उत्सव सुहागिनों के लिए काफी लाभप्रद है। दीपावली के एक दिन बाद सोमवती अमावस्या है। इस दिन सुहाग के लिए महिलाएं पीपल वृक्ष का पूजन करती हैं। धनतेरस पर शाम को खरीदारी का शुभ मुहूर्त
इस बार 25 अक्टूबर को त्रयोदशी की तिथि है। आरोग्य के देवता धनवंतरी की जयंती भी है। भगवान कुबेर का पूजन करने के साथ ही बर्तन, आभूषण आदि नई वस्तुओं की खरीदारी की जाती है। ज्योतिषाचार्य बताते हैं कि शाम इस बार शाम 4:31 बजे से शुभ मुहूर्त है।