सावधान करने वाली यह खबर नेशनल हाइवे के अधिकारियों के लिए है। उनकी अनदेखी से कभी भी रीवा-रांची राष्ट्रीय मार्ग पर वाहनों की रफ्तार थम सकती है। कारण कि कोतवाली क्षेत्र के बीड़र गांव में स्थित लौवा नदी पर दशकों पुराने बने पुल के खंभे में दरार आ गई है। उसका अस्तित्व खतरे में है जो कभी भी एक बड़े हादसे का भी रूप ले सकता है।
झारखंड, बिहार, उड़ीसा, बंगाल, मध्यप्रदेश, छत्तीसगढ़ आदि प्रांतों को जोड़ने वाले इस राष्ट्रीय राजमार्ग पर प्रतिदिन हजारों वाहनों का आवागमन होता है। इसमें भार वाहनों की संख्या अधिक होती है। डाउन स्टेप में बने इस पुराने पुल की मजबूती बेमिसाल रही लेकिन लंबे समय से रखरखाव के अभाव में अब क्षतिग्रस्त हो चला है। पुल के एक खंभे में दरार पड़ गई है। इससे पुल कभी भी बैठ सकता है। इससे बड़े हादसे भी इन्कार नहीं किया जा सकता। उत्तर प्रदेश से झारखंड को जोड़ने वाले इस पुल के ध्वस्त होने से प्रतिदिन गुजरने वाली हजारों वाहनों की रफ्तार पर ब्रेक लग जाएगा। राष्ट्रीय राजमार्ग के अधिकारी इससे पूरी तरह से बेखबर हैं।