वैसे तो मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सोनांचल की धरती पर इसके पहले तीन बार आ चुके हैं लेकिन चौथी बार आए तो सोनांचल के दर्द पर मरहम लगाने से नहीं चुके। उन्होंने सोनांचल के आदिवासियों, वनवासियों के साथ ही अनुसूचित जाति के लोगों के लिए भी कई सौगात दी। उन्होंने बच्चों के लिए आंगनबाड़ी केंद्र व स्कूल की सौगात दी तो युवाओं को रोजगार करने लायक बनाने के लिए स्किल डेवलपमेंट सेंटर बनाने के लिए भी स्वीकृति दे डाली। आमजन का बोझ कम करने की कोशिश में एक तहसील व दो ब्लाक बनाने की बात कहते हुए सोनांचल के विकास के लिए एक साल के लिए टाइम लाइन भी तय कर दिया। मुख्यमंत्री बनने के बाद योगी आदित्यनाथ पहली बार अनपरा-डी परियोजना में आए थे। उस दौरान आमजन को कोई सौगात नहीं दी। इसके बाद राबर्ट्सगंज के मंडी समिति में आयोजित मुख्यमंत्री सामूहिक विवाह समारोह में शिरकत करने आए थे। तीसरी बार जब बहुअरा में आए तो सोनांचल के पर्यटन के लिए सौगात दे गए थे। तब से लोगों को उम्मीद थी कि जल्द ही बड़ी सौगात मिलेगी। लोगों की उम्मीद के मुताबिक सीएम ने चौथे दौरे में सौगात भी दिया है। आदिवासियों के लिए खोला पिटारा